IIT Admission 2025: अब एक नहीं, दो विषयों से इंजीनियरिंग पढ़ाई का मौका, जानें नया सिस्टम!

IIT Admission 2025: अब एक नहीं, दो विषयों से इंजीनियरिंग पढ़ाई का मौका, जानें नया सिस्टम!

IIT Courses New Model 2025: अगर आपका सपना है कि आपके बच्चे का एडमिशन देश के टॉप इंजीनियरिंग संस्थानों – IITs में हो, तो अब समय आ गया है सोच बदलने का। क्योंकि अब IITs केवल पारंपरिक ब्रांचेज़ नहीं, बल्कि दो विषयों की पढ़ाई के साथ इंटरडिसिप्लिनरी कोर्स की तरफ बढ़ रहे हैं।


 क्या है IITs का नया मॉडल?-

IIT Admission 2025

अब तक IITs में छात्रों को एक ब्रांच जैसे – सिविल, कंप्यूटर साइंस या मैकेनिकल दी जाती थी, लेकिन अब स्टूडेंट्स को दो अलग-अलग विषयों को एक साथ पढ़ने का मौका मिलेगा। यह कोर्स न केवल टेक्निकल स्किल्स बढ़ाएगा, बल्कि छात्र को सिस्टम थिंकर बनाएगा – यानी ऐसा इंजीनियर जो एक से अधिक क्षेत्रों की जानकारी रखता हो।


 नया बनाम पुराना सिस्टम: एक नजर में तुलना

बिंदु पुराना ड्यूल डिग्री सिस्टम नया इंटरडिसिप्लिनरी मॉडल
कोर्स की अवधि 5 साल (BTech + MTech साथ में) 3 साल BTech + ऑप्शनल MTech
विषय चयन एक फिक्स ब्रांच दो विषयों का विकल्प (जैसे AI + मैकेनिकल)
फ्लेक्सिबिलिटी सीमित पूरी स्वतंत्रता – MTech लेना या नहीं
प्लेसमेंट पर असर 5वें साल में कम प्लेसमेंट 3 साल बाद प्लेसमेंट का बेहतर मौका
रिसर्च का अवसर सभी स्टूडेंट्स के लिए जरूरी नहीं केवल इच्छुक छात्र MTech कर सकते हैं

 कौन-कौन से विषयों का कॉम्बिनेशन हो सकता है?

IITs अब छात्रों को स्मार्ट कॉम्बिनेशन चुनने का मौका दे रहे हैं। इससे छात्र अपने रुचि और करियर गोल के हिसाब से विषय चुन सकेंगे।

संभावित ड्यूल सब्जेक्ट्स कॉम्बिनेशन:IIT Admission 2025

  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग + रोबोटिक्स

  • फिजिक्स + डेटा साइंस

  • केमिस्ट्री + क्वांटम कंप्यूटिंग

  • कंप्यूटर साइंस + बायोटेक्नोलॉजी

  • इलेक्ट्रिकल + साइकोलॉजी (AI UX Design में उपयोगी)


IITs के निदेशकों की क्या राय है?

प्रो. कामकोटी (IIT मद्रास):IIT Admission 2025

“एक ब्रांच में रहना अब पुराना तरीका है। भविष्य के इंजीनियर को सिस्टम बनाना आता होना चाहिए, जिसके लिए दो फील्ड्स की समझ जरूरी है।”

प्रो. रंजन बनर्जी (IIT दिल्ली):IIT Admission 2025

“अब MTech केवल उन्हीं छात्रों के लिए होगा जो रिसर्च को लेकर गंभीर हैं। इससे छात्रों को अपनी राह खुद चुनने की आजादी मिलेगी।”


 अभिभावकों के लिए सलाह-IIT Admission 2025

  1. सिर्फ ब्रांच नहीं, सोच बदलें: अब बच्चों को “मैकेनिकल या कंप्यूटर साइंस” जैसे फिक्स ऑप्शन में नहीं फंसाना है।

  2. इंटरडिसिप्लिनरी सोच को अपनाएं: आने वाला भविष्य उन्हीं का होगा जो कई स्किल्स में निपुण होंगे।

  3. रुचि पर फोकस करें: बच्चे की रुचि पहचानें और उसी हिसाब से उन्हें आगे बढ़ने दें।


 छात्रों के लिए टिप्स-IIT Admission 2025

  • दो विषयों का कॉम्बिनेशन सोच-समझकर चुनें।

  • कोडिंग के साथ हार्डवेयर का ज्ञान लेने का यह बेहतरीन मौका है।

  • रिसर्च का शौक है? तो MTech का विकल्प भविष्य में खुला रहेगा।

  • अभी से तैयारी शुरू करें – टॉप IIT में एडमिशन पाने के लिए JEE Advanced में स्कोर जरूरी होगा।


 ये बदलाव क्यों जरूरी थे?-IIT Admission 2025

  • 5 साल का ड्यूल डिग्री कोर्स लंबा और थकाऊ साबित हो रहा था।

  • छात्रों की प्लेसमेंट संभावनाएं तीसरे साल में बेहतर होती हैं।

  • कई छात्र 4th साल में ड्यूल डिग्री छोड़कर केवल BTech चाहने लगे थे।

  • इंडस्ट्री की डिमांड है – स्मार्ट, मल्टी-स्किल्ड प्रोफेशनल्स


 भविष्य में क्या होंगे फायदे?-IIT Admission 2025

  •  करियर के लिए ज्यादा ऑप्शन
  •  जॉब मार्केट में ज्यादा वैल्यू
  • रिसर्च और स्टार्टअप दोनों में स्कोप
  •  इंटरनेशनल एक्सपोज़र और स्कॉलरशिप के अवसर

 निष्कर्ष (Conclusion)

IITs का यह नया स्टेप भारत में इंजीनियरिंग एजुकेशन को रिफॉर्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब स्टूडेंट्स सिर्फ एक विषय के एक्सपर्ट नहीं, बल्कि मल्टीडायमेंशनल सोच रखने वाले प्रोफेशनल बनेंगे। अगर आप या आपके बच्चे इंजीनियरिंग की सोच रहे हैं, तो अब समय है ब्रांच नहीं, विजन चुनने का


 डिस्क्लेमर (Disclaimer)

यह लेख जनरल जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। कोर्स स्ट्रक्चर और एडमिशन पॉलिसी हर IIT में थोड़ी अलग हो सकती है। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे संबंधित IIT की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अद्यतन जानकारी प्राप्त करें।

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